डा० भीमराव अम्बेडकर

अछूत

वे कौन थे

और अछूत कैसे बन गए?



भाग एक : तुलनात्मक सर्वेक्षण

१. गैर-हिन्दुओं में छुआछूत

२. हिन्दुओं में छुआछूत


भाग २: आवास की समस्या

३. अछूत गाँव के बाहर क्यों रहते हैं?

४. क्या अछूत छितरे व्यक्ति हैं?

५. क्या ऐसे समानान्तर मामले हैं?

६. छितरे लोगों की अलग बस्तियां अन्यत्र कैसे विलुप्त हो गईं?



भाग ३: छुआछूत की उत्पत्ति के पुराने सिद्धान्त

७. छुआछूत की उत्पत्ति का आधार - नस्ल का अन्तर

८. छुआछूत की व्यवसायजन्य उत्पत्ति




भाग ४: छुआछूत की उत्पत्ति के नए सिद्धान्त

९. बौद्धों का अपमान - छुआछूत का मूलाधार

१०. गोमांस भक्षण - छुआछूत का मूलाधार




भाग ५: नए सिद्धान्त और कुछ प्रश्न

११: क्या हिन्दू कभी गोमांस नहीं खाते थे?

१२: गैर ब्राह्मणों ने गोमांस खाना कब छोड़ा?

१३: ब्राह्मण शाकाहारी क्यों बने?

१४: गोमांस भक्षण से छितरे व्यक्ति अछूत कैसे बने?



भाग ६: छुआछूत और उसका उत्पत्ति काल







19 टिप्‍पणियां:

ढाईआखर ने कहा…

वाह... अभय जी। आज सुबह ही मैंने एक दोस्‍त के लिए इसकी पूरी फाइल बनायी थी। आपने तो कमाल कर दिया। हिन्‍दी में भी सार्थक और गम्‍भीर काम हो सकते है, यह इसका सजीव प्रमाण है।

अफ़लातून ने कहा…

हार्दिक शुभकामना । अब हिन्दी विकी को भी समृद्ध कर दें।

Vidya Bhushan Rawat ने कहा…

abhayji, kaam karta rahiye. Hindi main dalit sahitya bhee joro se pahunch chuka hai. Aap jaise log yedi ambedkar ke sahitya ko padhate hain to usmke sabakee azadi chhipi hai.. badlavvadi shaktiyon ko woh sabhee sahitya padhna hoga jo vyavastha ke khilaph lade.. baba saheb ambedkar, jyotiba phule, periyar, bhagatsingh, rahul sankrityayan, sabhee usee parampra ke den hai aur hum sab unhe aage badhaye.

shubhkamnayen,

vidya bhushan rawat

Unknown ने कहा…

Bahut hi achchha prayas hai aapka
wish u all the best.
Editor
Dalit Duniya
(Hindi monthly)
dalit.duniya@gmail.com

deepanjali ने कहा…
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
Ek ziddi dhun ने कहा…

ye bahut achha kaam kiya

Arvind Mishra ने कहा…

आप के ब्लॉग पर आकर अच्छा लगा ...आप गंभीर अध्येता हैं ...शुभकामनाएं !

Amit Kumar Yadav ने कहा…

Nice Blog..keep it up.
______________________________
''युवा'' ब्लॉग युवाओं से जुड़े मुद्दों पर अभिव्यक्तियों को सार्थक रूप देने के लिए है. यह ब्लॉग सभी के लिए खुला है. यदि आप भी इस ब्लॉग पर अपनी युवा-अभिव्यक्तियों को प्रकाशित करना चाहते हैं, तो amitky86@rediffmail.com पर ई-मेल कर सकते हैं. आपकी अभिव्यक्तियाँ कविता, कहानी, लेख, लघुकथा, वैचारिकी, चित्र इत्यादि किसी भी रूप में हो सकती हैं.

DHARM VEER SINGH ने कहा…

akchayji i am impress your work

Dharm veer singh

somadri ने कहा…

sarthak prayas ke liye badhai,


http://som-ras.blogspot.com

शरद कोकास ने कहा…

आप यह एक महत्वपूर्ण काम कर रहे हैं । बधाई ।

Bharat Bhushan ने कहा…

आपका कार्य सराहनीय है. आभार

Rohit kumar rana ने कहा…

aapke blog ko padkar bahuj achcha laga

Rohit kumar rana ने कहा…

aapke blog ko padkar bahuj achcha laga

Rohit kumar rana ने कहा…

aapke blog ko padkar bahuj achcha laga

HashtagSayri ने कहा…

बाकई लाजबाब है

HARDIK BAGADA ने कहा…

में आप के ब्लॉग से बहुत प्रभवित हुआ में भी एक ब्लॉग सुरु करने की सोच रहा हु

Unknown ने कहा…

में
आप के ब्लॉग से बहुत प्रभवित हुआ में भी एक ब्लॉग सुरु करने की सोच रहा हु

Unknown ने कहा…

Asked blok se bahut prabhavit hua.